राजस्थान हाईकोर्ट ने गुरुवार को साल 2021 में आयोजित सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया। इस भर्ती के लिए कुल 859 पदों पर एग्जाम हुआ था। पेपर लीक मामले में कई ट्रेनी एसआई भी पकड़े गए थे।
जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने 14 अगस्त को दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले से सच की जीत हुई है। उन्होंने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ था और उनकी जानकारी के अनुसार 500 से अधिक अभ्यर्थियों ने अनैतिक तरीके से परीक्षा पास की थी।
याचिकाकर्ता के वकील हरेंद्र नील ने बताया कि हाईकोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि परीक्षा में व्यापक नकल हुई थी और इसमें RPSC के सदस्य भी शामिल थे। कोर्ट ने 2021 की भर्ती के पदों को नई भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने के निर्देश दिए हैं, जिसके तहत कुल 897 पद नई भर्ती में जोड़े जाएंगे।
केवल 68 अभ्यर्थियों की मिलीभगत सामने आई – सरकार
सरकार ने सुनवाई के दौरान बताया कि भर्ती प्रक्रिया में केवल 68 अभ्यर्थियों की मिलीभगत की पुष्टि हुई है। इसमें 54 ट्रेनी एसआई, 6 चयनित अभ्यर्थी और 8 फरार उम्मीदवार शामिल हैं। सरकार ने कहा कि पेपर लीक में शामिल सभी दोषियों को पकड़ने की कार्रवाई जारी है और भर्ती में सही और गलत की पहचान करना उनके लिए संभव है।
वहीं, चयनित अभ्यर्थियों ने अपनी दलील में कहा कि भर्ती में एसओजी की कार्रवाई चल रही थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने परीक्षा पूरी ईमानदारी से दी थी और अन्य सरकारी सेवाओं से इस्तीफा देकर इस भर्ती में शामिल हुए थे। उनका कहना था कि अगर पूरी भर्ती रद्द कर दी जाती है तो यह उनके साथ अन्याय होगा।
हाईकोर्ट के फैसले के बाद प्रतिक्रियाएँ
आरएलपी पार्टी बोली –
आखिरकार सत्य की जीत हुई, हमारे संघर्ष की जीत हुई और माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय ने S.I. भर्ती 2021 को रद्द कर दिया।
किरोड़ी लाल मीणा के समर्थक बोले –
राजस्थान हाई कोर्ट ने SI भर्ती रद्द की। किरोड़ी लाल मीणा के संघर्ष की जीत हुई। सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं।