Spotnow News: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी रणदीप सिंह उर्फ रणदीप मलिक को अमेरिकी एजेंसियों ने अरेस्ट किया है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने उसे उसके निवास स्थान से गिरफ्तार किया और फिलहाल जैक्सन पैरिश करेक्शनल सेंटर में रखा गया है। FBI ने गिरफ्तारी की जानकारी भारतीय एजेंसियों के साथ भी साझा की है।
पिछले अपराधों में संलिप्त-
रणदीप हरियाणा के जींद का रहने वाला है और विदेश में रहकर लॉरेंस के निर्देश पर भारत में कई बड़े अपराधों को अंजाम दे चुका है। वह चंडीगढ़ और दिल्ली में हुए हाई-प्रोफाइल मामलों में आरोपी है।
चंडीगढ़ क्लब ब्लास्ट और गुरुग्राम धमाके-
जांच में सामने आया है कि रणदीप ने चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 26 नवंबर 2024 को बादशाह के क्लब और डी ऑरा क्लब के बाहर धमाके करवाए थे। इसके बाद 10 दिसंबर को गुरुग्राम के सेक्टर-29 में वेयरहाउस और ह्यूमन क्लब के बाहर भी धमाके किए गए।
इन हमलों की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली थी। रणदीप ने सिग्नल ऐप के माध्यम से विनय और अजीत नामक शूटरों को निर्देश दिए और बमों की व्यवस्था की। इन घटनाओं के सिलसिले में एनआईए ने रणदीप, गोल्डी बराड़ और अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
दिल्ली में नादिर शाह हत्याकांड-
रणदीप मलिक दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में 12 सितंबर 2024 को जिम मालिक नादिर शाह की हत्या में भी आरोपी है। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, यह हत्या अमेरिका से किए गए हथियारों की मदद से अंजाम दी गई थी। लॉरेंस बिश्नोई और तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा ने वीडियो कॉल के जरिए इसकी साजिश रची थी।
जांच का दायरा-
रणदीप की गिरफ्तारी से इन हाई-प्रोफाइल अपराधों की जांच में अहम मोड़ आ सकता है। अमेरिकी और भारतीय एजेंसियां मिलकर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही हैं।