जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी से शपथ पत्र मांगने के कदम को “बेहूदा” करार दिया है। गहलोत का कहना है कि राहुल गांधी ने मतदाता सूची में हो रही अनियमितताओं के ठोस सबूत देश के सामने रखे हैं और पूरे देश को उन पर भरोसा है।
गहलोत बोले — राहुल गांधी से शपथ पत्र मांगना बेहूदा
गहलोत ने अपने लिखित बयान में कहा कि 2018 में तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त रहे ओपी रावत भी मानते हैं कि पहले किसी वरिष्ठ नेता के आरोप पर आयोग स्वतः जांच करता और तथ्य सार्वजनिक करता था ताकि संस्थान पर जनता का विश्वास कायम रहे।
पत्रकारों पर ऐसे आरोप होते तो क्या होता?
उन्होंने सवाल उठाया कि अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी जैसे कई विपक्षी नेताओं ने अतीत में आयोग पर आरोप लगाए थे तो क्या उनसे भी कभी शपथ पत्र मांगा गया था?
पूर्व सीएम ने तंज कसते हुए पूछा कि अगर वही खुलासा किसी खोजी पत्रकार या मीडिया संस्थान ने किया होता, तो क्या आयोग उनसे भी शपथ पत्र की मांग करता? उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया, चीन और रूस जैसे देशों में भी चुनाव आयोग औपचारिक चुनाव करवाता है
लेकिन वहां चुनाव की स्थिति क्या है यह पूरी दुनिया जानती है। गहलोत ने आरोप लगाया कि भारत में भी वैसा ही माहौल बनाने की कोशिश हो रही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गहलोत ने लिखा कि वोट चोरी, “एक व्यक्ति-एक वोट” के लोकतांत्रिक सिद्धांत पर सीधा हमला है और स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनावों के लिए पारदर्शी मतदाता सूची अनिवार्य है।
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