दिल्ली न्यूज़: सूत्रों के अनुसार, SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के निर्देश पर उसके स्लीपर सेल्स 15 अगस्त के मौके पर प्रो-खालिस्तान नारे लिखकर या अन्य माध्यमों से अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इससे पहले भी SFJ की संलिप्तता G20 सम्मेलन से पहले और मार्च 2024 में दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशनों पर देखी जा चुकी है।
इसीलिए इस बार स्वतंत्रता दिवस से पहले ही राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) और उसके स्लीपर सेल्स की ओर से अशांति फैलाने की आशंका जताई गई है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, सीमा पार से अत्याधुनिक हथियारों की खेप दिल्ली भेजी गई है।जिसमें AK-47 राइफल और RDX हैंड ग्रेनेड शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को निर्देश दिए गए हैं कि SFJ की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखें। शहरभर के सभी संवेदनशील स्थानों पर CCTV फुटेज की निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। खासकर लाल किला, इंडिया गेट, मेट्रो स्टेशन और अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन, स्नाइपर और बम निरोधक दस्ते भी तैनात किए गए हैं।
सोशल मीडिया और चैट ऐप्स पर भी निगरानी-
SFJ और उससे जुड़े संगठनों की सोशल मीडिया गतिविधियों और एन्क्रिप्टेड चैट प्लेटफॉर्म्स पर भी नजर रखी जा रही है। सरकार ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी सुरक्षा एजेंसियों को पूरी सतर्कता बरतने और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
क्या है ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन, जिस पर बढ़ा पांच साल के लिए प्रतिबंध, कैसे है ये देश के लिए खतरा?
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) पर पांच साल के लिए भारत सरकार ने प्रतिबंध बढ़ा दिया है। साल 2019 में इसे बैन किया गया था। अब देश की आंतरिक सुरक्षा को देखते हुए इस पर फिर पांच साल के लिए बैन लग गया है। यह संगठन खालिस्तान को सपोर्ट करता है और इसका मास्टरमाइंड गुरपतवंत सिंह पन्नू है जो आये दिन देश के खिलाफ बयान देता रहता है।
SFJ के मामले में पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां-
SFJ से जुड़ी गतिविधियों को लेकर 2023 में प्रीतपाल सिंह और राजविंदर सिंह जैसे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, हाल ही में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े करनवीर और आकाशदीप को पंजाब के बटाला में हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ISI और खालिस्तान समर्थक संगठन जैसे BKI और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) सीमा पार से भारत में हथियारों की तस्करी कर रहे हैं, जिससे दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों को निशाना बनाया जा सके।
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