राजस्थान के जैसलमेर में एक बड़ा जासूसी नेटवर्क उजागर हुआ है। डीआरडीओ गेस्ट हाउस के मैनेजर को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह पाकिस्तान के खुफिया एजेंट से सीधे संपर्क में था और संवेदनशील सैन्य जानकारी साझा करता था।
पाकिस्तानी हैंडलर से कोड नेम ‘कर्नल ए.के. सिंह’ के रूप में करता था बात
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी मैनेजर महेंद्र सिंह चांधन फील्ड फायरिंग रेंज गेस्ट हाउस में तैनात था। जांच में सामने आया कि वह खुद को “कर्नल ए.के. सिंह” बताकर एक पाकिस्तानी हैंडलर से बातचीत करता था। बताया जा रहा है कि उसने डीआरडीओ में आने वाले वैज्ञानिकों की जानकारी, ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी गतिविधियों और आसपास के इलाकों की तस्वीरें भी भेजीं।
खुलासा हुआ कि सबसे अधिक फोन कॉल और बातचीत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई थी। 5 अगस्त को सीआईडी इंटेलिजेंस ने महेंद्र को गिरफ्तार किया और उसे 15 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया।
मोबाइल से मिले कई अहम सबूत, वित्तीय लेन-देन की जांच जारी
जांच एजेंसियों ने आरोपी के मोबाइल से कई अहम सबूत बरामद किए हैं। अब उसके वित्तीय लेन-देन की भी गहन जांच हो रही है। उसके साथ काम करने वाला स्टाफ भी एजेंसियों के रडार पर है और उनके फोन नंबरों की निगरानी की जा रही है।
सीमा क्षेत्र में पहले भी पकड़े जा चुके हैं पाक एजेंटों को सूचना देने वाले
सरकारी एडवोकेट ब्रज कुमार के मुताबिक, शुरुआती सुराग तब मिले जब पाकिस्तान के संदिग्ध नंबरों पर गेस्ट हाउस से जुड़ी गोपनीय जानकारी भेजे जाने का पता चला। यह क्षेत्र पाकिस्तान की 1,070 किमी लंबी सीमा से सटा हुआ है जहां कई एयरबेस और सैन्य ठिकाने मौजूद हैं।
भारतीय खुफिया एजेंसियां सीमावर्ती इलाकों में पहले से अलर्ट रहती हैं लेकिन इसके बावजूद यहां समय-समय पर पाक एजेंटों को जानकारी देने वाले लोग पकड़े जाते हैं। इस मामले में भी जल्द बड़े खुलासे की संभावना जताई जा रही है।
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