राजस्थान. बाड़मेर, बायतु और बालोतरा की सड़कों पर आज शनिवार सुबह पूर्व विधायक मेवाराम जैन के खिलाफ लगाए गए कथित अश्लील पोस्टर चर्चा का विषय बन गए। लोग जब सुबह घरों से बाहर निकले तो उन्हें मुख्य चौराहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग नजर आए, जिन पर लिखे थे –
“बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं”
“बाड़मेर हुआ शर्मसार”
“महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी बाड़मेर की कांग्रेस”
इन पोस्टरों के नीचे जिला कांग्रेस कमेटी बाड़मेर–जैसलमेर–बालोतरा का नाम अंकित था। इसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या कांग्रेस के नेताओं ने ही ये पोस्टर लगवाए।
हालांकि जब इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर अहमद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
इस पूरे घटनाक्रम पर मेवाराम जैन की प्रतिक्रिया भी सामने आई। उन्होंने कहा कि यह उनके विरोधियों की करतूत है और इस तरह की हरकत नीचता की पराकाष्ठा है। जैन ने कहा कि कोर्ट पहले ही सभी आरोपों को फर्जी बताते हुए उन्हें क्लीन चिट दे चुका है।
उन्होंने यह बात कांग्रेस के उच्च पदाधिकारियों के सामने भी रखी और कहा कि जिस मामले को लेकर 20 माह (7 जनवरी 2024) पहले उन्हें निलंबित किया गया था, उसी मामले में न्यायालय ने उन्हें निर्दोष करार दिया है। इसी सिलसिले में 22 सितम्बर को उनकी कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से मुलाकात हुई थी, जहाँ से उनकी पार्टी में वापसी के संकेत मिलने लगे। इसके बाद बाड़मेर कांग्रेस दो गुटों में बंट गई—एक धड़ा उनकी वापसी का विरोध कर रहा है, तो दूसरा समर्थन में है।
इसी कड़ी में 24 सितम्बर को बायतु विधायक हरीश चौधरी, पूर्व विधायक हेमाराम चौधरी, सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पदमाराम मेघवाल, महेंद्र चौधरी, गफूर खान और फतेह खान सहित कई नेताओं ने दिल्ली जाकर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और जैन की वापसी का विरोध दर्ज कराया।
लेकिन आज जब मेवाराम जैन कांग्रेस में फिर से शामिल होने के बाद बाड़मेर आने वाले थे, उससे पहले ही पोस्टर कांड हो गया।
शहर के नेहरू नगर, नेहरू नगर ओवरब्रिज, कॉलेज रोड, सिणधरी सर्किल और केंद्रीय बस स्टैंड समेत प्रमुख स्थानों पर ये आपत्तिजनक पोस्टर लगा दिए गए। नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र राजावत ने बताया कि पोस्टरों के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए उन्हें तुरंत हटवा दिया गया है और पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या था अश्लील सीडी कांड
मेवाराम जैन तीन बार बाड़मेर से विधायक रह चुके हैं, लेकिन दिसंबर 2023 में जोधपुर में एक महिला की शिकायत पर उनके खिलाफ गैंगरेप सहित पॉक्सो एक्ट और करीब 18 धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद वे बड़े विवादों में घिर गए। आरोप था कि उन्होंने अपने रसूख का इस्तेमाल कर कार्रवाई रोकने की कोशिश की, वहीं सोशल मीडिया पर वायरल एक कथित अश्लील वीडियो ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
इसके चलते 7 जनवरी 2024 को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने उन्हें पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, यह कहते हुए कि उनका व्यवहार कांग्रेस की मर्यादा और सिद्धांतों के खिलाफ है।