राजस्थान न्यूज़: खैरथल तिजारा के मुंडावर उपखंड के पहल गांव में 2015 में हुई दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था।
दो मासूम बच्चों की निर्मम हत्या और उनके शव के टुकड़ों का पास की पहाड़ी के खंडहर में मिलना, आज भी एक कड़वी याद की तरह परिवार के जख्मों को ताजा कर देता है।
राजस्थान न्यूज़: JEE स्टूडेंट ने नानी के घर किया सुसाइड, 4 दिन बाद था एग्जाम
पीड़ित परिवार के मुखिया हजारीलाल सैन और उनके परिजन इस दर्दनाक घटना में न्याय की उम्मीद लेकर एक दशक से दर-दर भटक रहे हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच में दावा किया था कि यह नरबलि का मामला है। और तांत्रिक क्रिया में शामिल कुछ संदिग्धों को पकड़ा भी गया। लेकिन परिवार का आरोप है कि जांच अधूरी थी और असली साजिशकर्ता अभी भी कानून की पकड़ से बाहर हैं।
राजस्थान न्यूज़: स्टूडेंट पर चाकू से हमला, वीडियो बनाकर इंस्टा पर किया वायरल
परिवार ने मामले में गहराई से जांच और संदिग्धों के नार्को की मांग की थी। इसको लेकर उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। हालांकि कोर्ट ने नार्को टेस्ट को मंजूरी दी थी, लेकिन आज तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। साल के लंबे इंतजार और संघर्ष के बावजूद हजारीलाल और उनके परिवार को न्याय की उम्मीद बाकी है।
परिवार का कहना है कि उन्होंने हर संभव प्रयास किया, लेकिन उन्हें आज तक इंसाफ नहीं मिला। उनका दर्द सिर्फ अपनों को खोने तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यवस्था की असंवेदनशीलता और धीमी न्यायिक प्रक्रिया ने उनके जख्मों को और गहरा कर दिया है।
राजस्थान न्यूज़: विवाहिता ने की दूसरी शादी, गहने और पैसे चुराकर फरार
हजारीलाल का कहना है कि हमने बच्चों के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए हर दरवाजा खटखटाया। लेकिन आज तक इंसाफ के नाम पर हमें सिर्फ इंतजार ही मिला। हम हार मानने वालों में से नहीं हैं। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।