राजस्थान न्यूज़: पूर्व विधायक बलजीत यादव अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आ गए हैं। उनके खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सप्लाई टेंडर मामले में केस दर्ज किया था। आज (शुक्रवार) विभाग के अधिकारियों ने विधायक के कई ठिकानों पर छापेमारी की।
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सूत्रों के मुताबिक- प्रवर्तन निदेशालय की इस छापेमारी का कारण बलजीत यादव द्वारा विधायक रहते हुए एक सफाई टेंडर जारी किया गया था, जिसमें निधि विधायक कोष से प्रदान की जानी थी। इस टेंडर के तहत सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए खेल सामग्री, जैसे क्रिकेट बैट, बोल, ग्लव्स, हेलमेट आदि, उपलब्ध कराई जानी थीं।
हालांकि, विधायक पर आरोप है कि उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर स्कूलों को घटिया गुणवत्ता वाली खेल सामग्री आपूर्ति की, जिससे लगभग 3.72 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ।
ED का मानना है कि विधयक ने खेल सामग्री अपने किसी परिचित की कंपनी से खरीदी। जिससे बिल में एमआरपी को 2.50 गुना से अधिक दिखाया गया, जिसका नुकसान सरकार को उठाना पड़ा।
जयपुर में अजमेर रोड स्थित ज्ञान विहार कॉलोनी में बलजीत यादव के घर के बाहर पुलिस बल तैनात किया है। घर से किसी को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। साथ ही दौसा, अलवर सहित 9 से ज्यादा ठिकानों पर यह छापेमारी जारी है।
बलजीत यादव ने बहरोड़ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था वह 2018 से 2023 तक विधायक रहे। इस दौरान गहलोत सरकार को उन्हें समर्थन मिला।
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