राजस्थान में वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर लीक प्रकरण में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को एक महिला समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
पकड़े गए दो अभ्यर्थी लीक हुए पेपर को पढ़कर ही परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी हासिल कर चुके हैं।
SOG के एडीजी वीके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस केस की गहन जांच के दौरान 12 मार्च को गुजरात के पालनपुर में रेलवे स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात कंवराराम जाट को गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि उसने 13 नवम्बर 2022 को आयोजित वनरक्षक भर्ती परीक्षा से पहले ही पेपर दो अभ्यर्थियों उमाराम और प्यारी कुमारी को उपलब्ध करवा दिया था।
जांच में सामने आया कि वनरक्षक उमाराम ने फरार आरोपी जबराराम जाट को एक लाख रुपए देकर पेपर प्राप्त किया था। वहीं, वनरक्षक प्यारी कुमारी के भाई हीराराम ने दलाल के जरिए तीन लाख रुपए का भुगतान किया था। इस तरह कुल चार लाख रुपए में परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र हासिल किया गया था।
गुरुवार को SOG की टीम ने बाड़मेर जिले के गुडामलानी क्षेत्र से आरोपी वनरक्षक उमाराम पुत्र सोनाराम निवासी ढीमड़ी और प्यारी कुमारी पुत्री मांगाराम निवासी अरटवाव को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। फिलहाल फरार चल रहे आरोपी जबराराम जाट की तलाश में SOG की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

इस मामले में पहले ही गिरफ्तार हो चुके वनरक्षक टिमो से जुड़ी कड़ी में भी SOG ने एक दलाल रमेश कुमार को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार रमेश ने टिमो के भाई महेंद्र से पेपर उपलब्ध कराने के एवज में आठ लाख रुपए वसूले थे।
राजस्थान के कानून मंत्री जोगाराम पटेल की पोती परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई
राजस्थान न्यूज: पूरे थाने पर FIR दर्ज, SP ने नहीं सुनी तो पीड़िता ने खटखटाया कोर्ट का दरवाज़ा
राजस्थान न्यूज: 100 हत्याएं, शव मगरमच्छों को खिलाए, अब आश्रम में प्रवचन देता पकड़ा गया डॉक्टर