कोटा जिले में स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से भटककर निकला एक भालू ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसा कोटा के पास दरा रेलवे स्टेशन क्षेत्र में हुआ, जिससे वन विभाग और रेलवे प्रशासन दोनों सकते में आ गए।
जंगल से भटककर रेलवे ट्रैक पर पहुंचा भालू
मंगलवार करीब 4.00 बजे एक जंगली भालू दरा रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर आ गया। इसी दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गया और वहीं घायल अवस्था में बैठा रहा। रेलवे ट्रैक पर भालू को देख स्टेशन पर मौजूद स्टाफ घबरा गया और तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचना दी गई।
कुछ ही देर बाद वन विभाग को भी जानकारी दी गई। जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भालू को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू करने की कोशिश की, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
पशु चिकित्सक डॉ. तेजिंदर रियाड़ ने बताया कि सुबह सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची थी। भालू को दरा रेस्ट हाउस लाया गया, जहां उसका पोस्टमॉर्टम किया गया। रिपोर्ट में सामने आया कि ट्रेन से टकराने के कारण भालू की पसलियां टूट गई थीं, जिससे उसकी मौत हुई। भालू वयस्क था। पोस्टमॉर्टम के बाद दरा रेस्ट हाउस में ही भालू का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पहले भी ट्रेन से हो चुकी है बाघ की मौत
यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में किसी जंगली जानवर की ट्रेन से टकराकर मौत हुई हो। इससे पहले एक बाघ भी इसी इलाके में ट्रेन से टकराकर जान गंवा चुका है। इसके अलावा कई अन्य वन्यजीव भी इस रूट पर अपनी जान गंवा चुके हैं।
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