उदयपुर जिले के बड़गांव थाना क्षेत्र स्थित जिंडोली गांव में घरेलू विवाद के बाद एक महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया। उसे बचाने गई सास भी आग की चपेट में आ गई। आग पर काबू पाने तक दोनों के सिर्फ अवशेष ही मिले। हादसे में सास-बहू की दर्दनाक मौत हो गई।
वक्त रहते नहीं पहुंची मदद, राख में बदल गया कमरा
सूचना मिलते ही बड़गांव पुलिस मौके पर पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि ग्रामीण भी पास नहीं जा सके। फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग बुझने के बाद कमरे के कोने में दोनों महिलाओं के जले हुए शव बरामद हुए।
पति-पत्नी के झगड़े के बीच बुझ गई दो ज़िंदगियां
बड़गांव थाना अधिकारी पूरणसिंह राजपुरोहित ने बताया कि जिंडोली गांव निवासी मांगी गमेती का अपने पति गोपीलाल गमेती उर्फ गोपा के साथ किसी पारिवारिक बात को लेकर झगड़ा हुआ था। रात में आधे घंटे तक तीखी बहस चलती रही। इस दौरान घर की बुजुर्ग महिला पप्पा बाई (65) बीच-बचाव करने की कोशिश करती रही, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं मानी।
गुस्से में मांगी घर के पास बने एक अलग कमरे में चली गई और वहां खुद पर ज्वलनशील पदार्थ (डीजल या केरोसिन) डालकर आग लगा ली। मांगी को जलते देख पप्पा बाई उसे बचाने दौड़ीं, लेकिन वह भी आग की लपटों में घिर गईं। कमरे में चारा और अन्य सामान होने से आग तेजी से फैल गई।
लपटें इतनी भीषण थीं कि गोपीलाल और आस-पास के लोग चाहकर भी कमरे के पास नहीं जा सके। सभी दूर से ही पानी डालने की कोशिश करते रहे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल है। सास-बहू के अवशेष और कमरे में पड़े उनके चांदी के कड़े देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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