Rajasthan News: जयपुर. राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव के साथ खत्म हो गया।
विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है। सदन में कानून मंत्री के बेटे को अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाने को लेकर विषय पर बहस को लेकर सोमवार से लगातार विवाद की स्थिति बनी हुई थी।
Rajasthan News मुकेश भाकर को निलंबित करने के बाद स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सदन की कार्यवाही को अनिश्वितकाल के लिए स्थगित कर दिया, लेकिन इसके बाद भी विपक्ष के विधायक सदन में लगातार नारेबाजी कार रहे थे।
छह महीने तक भाकर को नही मिलेगी ये सुविधाएं
- भाकर विधानसभा के केंपस में प्रवेश नही कर पाएंगे।
- विधायक के तौर पर विधानसभा की समितियों की बैठकों में शामिल नही हो पाएंगे ।
- विधानसभा में सवाल नही लगा पाएंगे।
- विधायक के तौर पर मिलने वाले वेतन भतो और सुविधाओ से वंचित रहेंगे ।
मुख्य सचेतक बोले-भाकर को शर्म आनी चाहिए
मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को छह महीने के लिए सस्पेंड करने का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियम 292-3 में यह प्रावधान है कि निलंबित विधायक को तत्काल सदन से बाहर चले जाना चाहिए, लेकिन भाकर ने ऐसा नहीं किया। पूरा प्रतिपक्ष उन्हें संरक्षण दे रहा है। जब उन्हें बलपूर्वक बाहर भेजने का प्रयास किया, मार्शल बुलाए तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के हाथ पर काट लिया , उनमें एक महिला सुरक्षाकर्मी के साथ भी धक्का मुक्की की। उन्हें शर्म आनी चाहिए। इस तरह अभद्र व्यवहार करने वाले को इस सदन का सदस्य रहने का हक नहीं है।
भाकर बोले- फेल सरकार के बचाव की जिम्मेदारी स्पीकर ने ली
निलंबन के बाद मुकेश भाकर ने कहा- यह फैसला भाजपा के दबाव में लिया गया। हम कानून मंत्री के बेटे की गलत तरीके से नियुक्ति के बारे में पूछना चाहते थे। पहले स्पीकर ने कहा कि आप अपनी सीट पर जाएं। हम सीट पर गए तो स्पीकर ने कहा कि आप लिखित मेंन देना होगा, मैं परीक्षण करके कल समय दूंगा। जब नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे तो भाजपा नेता खड़े होकर बोलने लगे।
मैने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बोल रहा है तो आपको अधिकार नहीं है। उतने में पूरी भाजपा के सभी नेता खड़े हो गए।स्पीकर पहले से बार-बार ये कह रहे थे कि यूनिवर्सिटी से आए छात्र नेता सुधर जाओ, तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा। विधानसभा में भाजपा सरकार फेल हो रही है, मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे थे। उसका बचाव करने की जिम्मेदारी स्पीकर ने अपने ऊपर ली।