न्यूज डेस्क @ जयपुर. सेन्ट्रल जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा ने कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही सेन्ट्रल जेल में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान जेल में एक कैदी के पास मोबाइल फोन मिला। मोबाइल फोन मिलने के बाद जेल अधीक्षक के आदेश पर लालकोठी थाने में आरोपी कैदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इधर कैदी से पूछताछ कर जानकारी ली जा रही हैं कि मोबाइल को जेल में किसने मुहैया कराया हैं और वह कब से मोबाइल का उपयोग कार रहा है। लालकोठी थाना पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
जयपुर सेन्ट्रेल जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा ने बताया की जयपुर जेल का चार्ज दो दिन पहले ही लिया था। जेलों में संदिग्ध वस्तु ना हो, इसको लेकर शनिवार शाम को 7 बजे सर्च ओपरेशन चलाया गया। सर्च के दौरान कैदी सराफत पुत्र सलीम खान के पास मोबाइल फोन मिला। यह मोबाइल सराफत ने सैल की फर्श की खुदाई कर के जमीन में छिपा रखा था। मोबाइल के साथ में एक चार्जर और एक नुकीली लोहे की पत्ती भी मिली हैं। जिस पर प्रहरी की ओर से लाल कोठी थाने में कैदी सराफत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।
पहले सीएम को मारने की धमकी
जयपुर सेन्ट्रल जेल से ही पिछले दिनों एक कैदी ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी। जिस पर पुलिस ने मोबाइल की लोकेश ट्रेस की तो पता चला कि फोन जेल से आया था। इस पर पुलिस टीम ने सर्च किया और मोबाइल जेल से बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। राकेश मोहन ने जेल की जिम्मेदारी लेने के बाद पहले सर्च कराया जिस में कैदी के पास मोबाइल फोन मिला। इस से जेल विभाग के कर्मचारियों पर फिर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं।